संस्कृत वर्णों के उच्चारण स्थान
संस्कृत वर्णों के उच्चारण स्थान कण्ठः अ, क, ख, ग, घ, अःतालु इ, च, छ, ज, झ, य, शमूर्धा ऋ, ट, ठ, ड, ढ, र, षदन्त लृ, त, थ, द, ध, सओष्ठ उ, प, फ, ब, भ, व, फनासिका ञ, म, ङ, ण, नकण्ठ तालु ए, ऐकण्ठ ओष्ठ ओ, औदन्त ओष्ठ व
संस्कृत वर्णों के उच्चारण स्थान कण्ठः अ, क, ख, ग, घ, अःतालु इ, च, छ, ज, झ, य, शमूर्धा ऋ, ट, ठ, ड, ढ, र, षदन्त लृ, त, थ, द, ध, सओष्ठ उ, प, फ, ब, भ, व, फनासिका ञ, म, ङ, ण, नकण्ठ तालु ए, ऐकण्ठ ओष्ठ ओ, औदन्त ओष्ठ व
माहेश्वर सुत्र से बने 42 प्रत्यहार जो संध्याद मे प्रयोग होतें हैं। निम्नलिखित १४ माहेश्वर सूत्र हैं। इनमें पूरी वर्णमाला इस प्रकार दी हुई है- क्रमश: स्वर, अन्तःस्थ, वर्ग के पंचम, चतुर्थ, तृतीय, द्वितीय, प्रथम वर्ण, ऊष्म । माहेश्वर सुत्र १. अइउण्२. ऋलृक्३. एओङ्४. ऐऔच्५. हयवरट्६. लण्७. ञमङणनम्८. झभञ्९. घढधष्१०. जबगडदश्११. खफछठथचटतव्१२. कपय्१३. शषसर्१४. हल् … Read more